
नई दिल्ली: सिद्धू मूसेवाला की हत्या (Sidhu Moosewala Murder) के बाद पंजाब में खालिस्तानी संगठन की सक्रियता फिर सामने आई है. उच्च स्तरीय खुफिया सूत्रों ने CNN-News18 को बुधवार को बताया कि दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर्स का इस्तेमाल करके खालिस्तानी संगठन अपना एजेंडे पर काम कर रहे हैं.
इंटेलीजेंस सूत्रों ने कहा कि, जेल में कैद रहने के बावजूद ये लोग अपनी गतिविधियों को बढ़ा रहे हैं. तिहाड़ जेल में बंद करीब 17-18 गैंगस्टर रिश्तेदारों के माध्यम से अपराधों को अंजाम दे रहे हैं. इस मामले में जेल स्टाफ की भूमिका संदेह के घेरे में है जो इन अपराधियों की मदद कर रहे हैं.
जेल में तैनात कुछ स्टाफ के पास कथित तौर पर बड़ी संख्या में फोन और सिम कार्ड मिले हैं जिनकी सप्लाई बैरक के अंदर होती है. वहीं सूत्रों ने बताया कि इन गैंगस्टर्स का इस्तेमाल कनाडा में स्थित खालिस्तानी समूह कई प्रकार के आपराधिक और भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कर रहे हैं.
अपराधियों को अन्य जेल में शिफ्ट करने का सुझाव
इन अपराधियों की पहचान कथित तौर पर जबरन वसूली और प्रोटेक्शन मनी मांगने के लिए हुई है. पंजाबी गायक मनकीरत औलख भी कथित तौर पर इन संगठनों के रडार पर हैं. गायक सिद्धू मूस वाला की हत्या के बाद औलख ने हाल ही में अधिकारियों से सुरक्षा मांगी है.
मूसेवाला मर्डर केस: लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ, सूत्रों का दावा- हत्या के लिए नए शूटर्स का इस्तेमाल
कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बरार ने सिद्धू मूसेवाला हत्या की जिम्मेदारी ली है. गोल्डी बरार लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सहयोगी है जो फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है. इस हत्याकांड को लेकर मंगलवार को उससे पूछताछ हुई.
तिहाड़ जेल में बंद ज्यादातर अपराधी और गैंगस्टर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से हैं. खुफिया सूत्रों ने बताया कि इन कैदियों को जेल एक्ट के प्रावधानों के तहत अन्य जेलों में शिफ्ट करने का सुझाव दिया गया है.
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Tags: Gangster Lawrence Vishnoi, Khalistani Terrorists, Sidhu Moose Wala
FIRST PUBLISHED : June 01, 2022, 22:12 IST
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