
हाइलाइट्स
अवैध खनन मामले में मदद करने वाले कई सरकारी अधिकारियों की भूमिका के बारे में भी जिक्र.
साहेबगंज इलाका झारखंड का एक बेहद महत्वपूर्ण लोकेशन है.
दिल्ली. केन्द्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate ) यानी ईडी ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए झारखंड में अवैध खनन मामले में मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा, बाहुबली बच्चू यादव सहित कई अन्य आरोपियों के खिलाफ रांची स्थित ईडी की विशेष कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है. ईडी के सूत्रों के मुताबिक, करीब सवा पांच हजार पन्नों की चार्जशीट दायर की गई है, जिसमें कई आरोपियों और उनके राजनीतिक कनेक्शन, बाहुबली कनेक्शन और अवैध खनन में मदद करने वाले कई सरकारी अधिकारियों की भूमिका के बारे में भी जिक्र है.
जांच एजेंसी ईडी के सूत्रों के मुताबिक, झारखंड में अवैध खनन से जुडे मामले में प्रमुख आरोपियों में बाहुबली आरोपी बच्चू यादव, पंकज मिश्रा, बाहुबली दाहू यादव का आपस में बेहद करीबी संबंध रहा है. पंकज मिश्रा के इशारे पर कई प्रमुख आरोपियों के द्वारा इस अवैध खनन के मामले को अंजाम दिया जा रहा था. उन्हीं के इशारे पर ये साहेबगंज इलाके में गंगा किनारे चलने वाले जहाज का टेंडर मैनेज करना और सरकारी बाबुओं को डराने का काम करता रहा है. यानी, कैसे सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को डरा-धमकाने के बाद कई तरह के टेंडर संबंधित कार्य और उस इलाके में अपना वर्चस्व कायम करने का काम ये आरोपी बच्चू यादव करता रहा है .
साहेबगंज इलाका झारखंड का एक बेहद महत्वपूर्ण लोकेशन है, क्योंकि इस जिला में केन्द्र सरकार के कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का काम चल रहा है, लेकिन इस इलाके में डर और खौफ का माहौल बनाकर दाहू यादव और बच्चू यादव द्वारा अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिग जैसे मामलों को अंजाम दिया जाता था .बाहुबली बच्चू यादव के एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है. आरोपी बच्चू यादव साहेबगंज इलाके का रहने वाला है. पिछले कई साल से ये अवैध तौर पर अवैध तौर पर खनन से जुड़े मामले में इसकी काफी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. ये आरोपी को साहेबगंज इलाके में एक बाहुबली दबंग के तौर पर जाना जाता है. आठ जुलाई को जब ईडी के अधिकारियों द्वारा अवैध खनन से जुड़े मामले में कई लोकेशन पर छापेमारी की गई थी. उस वक्त बच्चू यादव के आवास सहित अन्य लोकेशन पर छापेमारी की गई थी. उसी छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ -साथ अवैध खनन से जुडे और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े काफी महत्वपूर्ण सबूतों को जांच एजेंसी द्वारा जब्त किया गया था .
मामले में ISRO समेत कई संस्थाओं की ली गई है मदद
सूत्रों के मुताबिक, झारखंड के साहेबगंज इलाके में इसके साथ ही कुछ अन्य लोकेशन पर इस कदर अवैध तौर पर खनन के मामलों को पिछले कुछ सालों के दौरान अंजाम दिया गया और जिसके वजह के कई पहाड़ तक अब गायब हैं. यानी जंगल में कई ऐसे पहाड़, जो मौजूद थे उसका भी अवैध तौर पर खनन करके उसके बेच डाला गया और करोड़ों रुपये अवैध तौर पर मनी लॉन्ड्रिग के मामलों को अंजाम दिया गया . लिहाजा, इस मामले में ईडी के द्वारा वैज्ञानिकों द्वारा कई आधुनिक उपकरणों का प्रयोग करके तमाम सबूतों को इकट्ठा किया गया. इसके साथ ही अंतरिक्ष विभाग से जुड़े इसरो के वैज्ञानिकों की भी मदद ली गई.
तफ्तीश का दायरा आगे बढने वाला है आरोपियों के राजनीतिक कनेक्शन के उपर
इस मामले में ईडी की तफ्तीश में ये बात भी सामने आई है कि पंकज मिश्रा समेत कई अन्य आरोपी राजनीतिक संरक्षण प्राप्त करके मामले को अंजाम देते रहे. लिहाजा, अब मामले की तफ्तीश राजनीतिक कनेक्शन की तरफ भी मुड़ता हुआ प्रतीत हो रहा है. आने वाले वक्त में इसी मामले में कई ब्यूरोक्रेट और राजनेता से भी पूछताछ की जा सकती है . इसके साथ ही सूत्र ये भी बताते हैं की इस मामले में अगले दो -तीन महीने के बाद पूरक आरोपपत्र यानी सप्लिमेंट्री चार्जशीट भी दायर किया जा सकता है .
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Tags: Enforcement directorate, Himachal pradesh, Illegal Mining, Jharkhand Government
FIRST PUBLISHED : September 16, 2022, 15:16 IST
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