
बाली. जी20 शिखर सम्मेलन में विश्व के सभी शीर्ष नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि आज का युग ‘युद्ध का नहीं होना चाहिए’. एक मसौदा विज्ञप्ति में यह जानकारी सामने आई है. इसके साथ ही राजनयिकों ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के खतरों की भी निंदा की. ड्राफ्ट स्टेटमेंट के मुताबिक, ‘अधिकांश सदस्यों ने यूक्रेन में युद्ध की कड़ी निंदा की और जोर देकर कहा कि यह व्यापक पैमाने पर मानवीय संकट और मौजूदा वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम पैदा कर रहा है.’
यह मसौदा ऐसे समय में सामने आया है, जबकि एक दिन पहले ही पश्चिमी देशों और रूस व चीन के अधिकारियों के बीच बातचीत हुई है. इस ड्राफ्ट को फाइनेंशियल टाइम्स ने देखा है और दो प्रतिनिधिमंडलों ने इसकी पुष्टि भी की है.
युद्ध और रूस की तरफ से बार-बार परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर दी जाने वाली बयानबाजी पश्चिमी अधिकारियों के पूर्वानुमान की तुलना में अधिक मजबूत है और यह व्लादिमीर पुतिन के आक्रमण एवं उसके व्यापक प्रभाव को लेकर गैर-पश्चिमी राज्यों में बढ़ती चिंता को रेखांकित करता है. मसौदा बयान में कहा गया है, ‘परमाणु हथियारों के इस्तेमाल या इस्तेमाल करने की धमकी अस्वीकार्य है. संघर्षों का शांतिपूर्ण समाधान, संकटों को दूर करने के प्रयास, साथ ही साथ कूटनीति और संवाद, महत्वपूर्ण हैं. आज का युग युद्ध का नहीं होना चाहिए.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मंगलवार को यूक्रेन विवाद को सुलझाने के लिए ‘युद्धविराम और कूटनीति’ के रास्ते पर लौटने का आह्वान किया. पीएम मोदी ने वार्षिक जी20 शिखर सम्मेलन के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यूक्रेन संकट के कारण उत्पन्न वैश्विक चुनौतियों ने दुनिया में तबाही मचा दी है और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला ‘चरमरा’ गई है.
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Tags: G20 Summit, Russia ukraine war
FIRST PUBLISHED : November 15, 2022, 16:38 IST
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