
अयोध्या. भगवान राम के दर्शन और पूजन के लिए देश के कोने-कोने से राम भक्त उत्तर प्रदेश के अयोध्या पहुंचते हैं. यहां पहुंचने वाला हर भक्त चाहता है कि वो भी रामलला की आरती में शामिल हो. लेकिन हो नहीं पाता. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कैंप कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि रामलला की कुल पांच आरती होती हैं जिसमें प्रथम आरती सुबह 6:30 बजे होती है. उसके बाद दोपहर 12 बजे और एक बजे होती है. इसके साथ ही रात के आठ बजे और फिर रात नौ बजे के करीब रामलला की आरती होती है.
उनके मुताबिक रामलला की मुख्य रूप से दो आरती ऐसी होती हैं जिनमें श्रद्धालु शामिल होते हैं. शेष आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं को अनुमति नहीं मिलती.
आतरी के लिए ट्रस्ट बनाता है पास
कैंप कार्यालय प्रभारी बताते हैं कि रामलला की सुबह 6:30 बजे के आरती में सम्मिलित होने के लिए ट्रस्ट कार्यालय पर 30 पास बनते हैं. इनमें से 15 पास आम श्रद्धालुओं के लिए होते हैं. तो वहीं, 15 पास वीआईपी लोगों के लिए होते हैं. इस तरह रामलला की सुबह वाली आरती में 30 लोगों को अनुमति मिलती है. तो वहीं सांयकाल की आरती में 60 पास बनाए जाते हैं जिसमें 30 पास आम श्रद्धालुओं के लिए. तो वहीं, 30 पास वीआईपी लोगों के लिए बनाया जाता है.
इस तरह आरती में शामिल हो सकते हैं श्रद्धालु
प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि आरती में शामिल होने के लिए आपको ट्रस्ट कार्यालय आना होगा. जहां दोपहर दो बजे से पास बनना शुरू होता है. जो भी श्रद्धालु रामलला की आरती में शामिल होना चाहते हैं उनको अपने साथ आईडी कार्ड लाना अनिवार्य है. जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड इत्यादि. हालांकि, इसमें पहले आओ, पहले पाओ का सीन होता है. जो पहले 30 लोग आ जाते हैं उनका पास बन जाता है. इसके बाद वो अपने आराध्य की आरती में शामिल होते हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 26, 2023, 17:11 IST
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