
हाइलाइट्स
मैनेजर्स को 6 फीसदी (लगभग 10,000) ऐसे कर्मचारियों की पहचान को कहा गया.
द इंफॉर्मेशन ने इस मामले के जानकारों के हवाले से ये जानकारी शेयर की है.
बताया गया है कि छंटनी 2023 की शुरुआत में शुरू हो सकती है.
नई दिल्ली. आर्थिक मंदी की खबरों के बीच बड़े पैमाने पर छंटनी करने वाली बड़ी टेक कंपनियों में Google ही एक ऐसी कंपनी थी, जिसने छंटनी नहीं की थी. लेकिन अब यह भी छंटनी की तैयारी कर चुकी है. द इंफॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल कमजोर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों (Low-performing employees) की पहचान करने और उन्हें कंपनी से बाहर करने के लिए नई रैंकिंग मेट्रिक्स लेकर आया है.
Google प्रबंधकों को 6 फीसदी (लगभग 10,000) ऐसे कर्मचारियों की पहचान करने के लिए कहा गया है, जो उतना बेहतर प्रदर्शन नहीं कर रहे, जोकि बिजनेस पर असर डाल सके. द इंफॉर्मेशन ने इस मामले के जानकारों के हवाले से ये जानकारी शेयर की है.
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नई “रैंकिंग एंड परफॉर्मेंस इम्म्रूवमेंट प्लान” के तहत खराब प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. छंटनी 2023 की शुरुआत में शुरू हो सकती है.
पहले केवल 2 फीसदी था आंकड़ा
इससे पहले, Google के मैनेजर्स को केवल 2 फीसदी सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों की पहचान करने के लिए कहा गया था. यह नया निर्देश उन कर्मियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि को चिह्नित करता है, जिनके कार्यस्थल पर प्रदर्शन से उन्हें नौकरी से निकाले जाने का खतरा हो सकता है.
हेज फंड अरबपति क्रिस्टोफर हॉन ने अल्फाबेट (Alphabet – गूगल की पेरेंट कंपनी) को लिखे पत्र में कहा कि ऑर्गेनाइजेशन में दिक्कतें हैं, जबकि माइक्रोसॉफ्ट जैसी अन्य कंपनियों की तुलना में बहुत अधिक भुगतान किया जा रहा है. इस पत्र के बाद इस रैंकिंग सिस्टम को लाया गया है.
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Google की मूल कंपनी, अल्फाबेट में लगभग 1,87,000 कर्मचारी हैं. फोर्ब्स के अनुसार, 2021 में अल्फाबेट के एक कर्मचारी की औसत आय $2,95,884 थी.
सुंदर पिचाई ने दिया था संकेत
Google में अब तक टेक विंटर (छंटनी) से दूर था. सीईओ सुंदर पिचाई ने कर्मचारियों से उत्पादकता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा था, क्योंकि गूगल ने इस साल की शुरुआत में लगातार दूसरी तिमाही में उम्मीद से कम कमाई की सूचना दी थी. उन्होंने कहा था, “यह स्पष्ट है कि हम आगे अधिक अनिश्चितता के साथ एक चुनौतीपूर्ण वातावरण का सामना करेंगे… वास्तविक चिंता यह है कि हमारे पास उपलब्ध कर्मचारियों की तुलनाम में हमारी उत्पादकता वैसी नहीं है, जो होनी चाहिए.”
टेक सेक्टर बुरी तरह प्रभावित
टेक सेक्टर छंटनी की लहर से प्रभावित हुआ है, जिसने ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट, बायजू और अन्य के हजारों कर्मचारियों को प्रभावित किया है. इससे पहले ट्विटर, फेसबुक (Meta), अमेज़न, बायजूस जैसी बड़ी कंपनियां छंटनी कर चुकी हैं. आज ही एक खबर आई है कि लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक्स बनाने वाले दिग्गज कंपनी HP भी अपने हेडकाउंट्स कम करने की योजना तैयार कर चुकी है.
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Tags: Business news, Google, Google CEO Sundar Pichai, Job loss, Sundar Pichai, Unemployment
FIRST PUBLISHED : November 23, 2022, 12:57 IST
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