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हाइलाइट्स

शनिवार को राजस्थान के सरकारी स्कूलों में मनाया गया नो बैग डे
शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने भी छात्राओं के साथ खेले शतरंज के दांव

जयपुर. राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) के शिक्षा विभाग के द्वारा शनिवार को नो बैग डे (No Bag day)  के उपलक्ष्य में स्कूलों में शतरंज का खेल खिलाया गया. राजस्थान के करीब 60 हजार सरकारी स्कूलों (Schools) में करीब 50 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं (Students) ने शतरंज के खेल में अपने दांव आजमाए. राजस्थान के शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने भी नो बैग डे के तहत जयपुर के स्कूल में शतरंज खेल रही छात्राओं के साथ शतरंज के दांव आजमाए.

राजस्थान के शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला भी नो बैग डे के तहत जयपुर के मालवीय नगर में स्थित महात्मा गांधी गर्ल्स स्कूल पहुंचे. यहां नो बैग डे के मौके पर शतरंज खेल रही छात्राओं के साथ मंत्री कल्ला ने भी शतरंज के दांव आजमाए. इस दौरान शिक्षा विभाग के भी बड़े अफसर मौजूद रहे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि शनिवार नो बैग डे को संस्था प्रधान एव स्टॉफ का ये कार्य रहेगा कि विद्यालय समय में विद्यार्थियों को विभिन्न सहशैक्षिक गतिविधियों में व्यस्त रखकर उनका सर्वागीण विकास करें.

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कई तरह की प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन
स्कूलों में नो बैग डे की प्लानिंग के कई आकर्षण होंगे. इसके तहत पूरे विद्यालय को विभिन्न सदनों में बांटकर सदन वार प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाए जाएंंगे. इसकें देशभक्ति गीत, संगीत क्वीज निबन्ध प्रतियोगिता, आशुभाषण, काव्य पाठन नृत्य गायन इत्यादि कार्य करवाना करवाना शामिल है. इसके अलावा खेलकूद को बढ़ावा देने हेतु खो-खो, चैस, बैंडमिंडन, वॉलीवाल, बास्केटबॉल, कब्बड़ी इत्यादि भी प्रतियोगिता करवायी जा सकती है.

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स्कूलों में योगाभ्यास के साथ श्रमदान भी
कहते हैं कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है, इसके लिए स्कूलों में योगाभ्यास भी करवाया जा सकता है. कक्षाध्यापकों/ विषयाध्यापकों द्वारा मौखिक गतिविधियां जैसे कविताएं कहानियां स्पेलिंग पूछना, पहेलियां करवाई जा सकती हैं. नो बैग डे के दिन बच्चों से श्रमदान करवाया जा सकता है, जिससे उनमें मेंहनत या काम करने की भावना जागृत हो.

फिल्में दिखाकर बच्चों को किया जाएगा प्रेरित
शिक्षा मंत्री ने बताया कि बच्चों में शुरू से सेवा भाग जागृत करने के लिए छात्र-छात्राओं को वृद्वाश्रमों में सेवा के कार्य भी करवाये जा सकते है. इससे उनके अंदर बुजुर्गों के प्रति आदर और सेवा भाव पनपेगा. इसके अलावा उन्हें वैज्ञानिकों, स्वंतत्रता सेनानी, समाज सुधारक, राष्ट्रप्रेमी, सफलतम व्यक्तित्वों की महान फिल्में दिखाकर प्रेरित किया जा सकता है.

Tags: Bd kalla, Education Minister, Jaipur news

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