
नई दिल्ली: कॉलेज के दिनों का मेरा एक दोस्त है, अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. अक्सर हम दोनों की फोन पर बातें होती हैं, कभी वॉइस कॉल तो कभी वीडियो कॉल पर. लेकिन हर बार उसकी एक ही शिकायत रहती है, यार तुम्हारी आवाज रुक-रुककर आ रही है, वीडियो फ्रीज हो जा रहा है. अभी पिछले हफ्ते भी उसने ऐसी ही शिकायत की. ऐसी ही एक शिकायत फिल्मों के शौकीन मेरे दूसरे मित्र की है. अक्सर वह फिल्में या वेबसीरीज देखते वक्त परेशान हो जाता है, क्योंकि कुछ देर चलने के बाद बफरिंग वाली गोल चकरी घूमने लगती है. लेकिन अब मेरे इन दोनों मित्रों या फिर इन जैसे करोड़ों लोगों की ये परेशानियां खत्म होने वाली हैं.
क्योंकि जल्द ही इनके पॉकेट में रॉकेट जैसी रफ्तार वाला इंटरनेट कनेक्शन आने वाला है. ये सब मुमकिन हो रहा है 5G तकनीक की बदौलत, जो आज ही देश में लॉन्च हुई है. आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये 5G तकनीक है क्या और इसका हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पर क्या प्रभाव होने वाला है? 5G तकनीक को आप पांचवीं पीढ़ी की तकनीक भी कह सकते हैं, जो बिल्कुल नए अपग्रेडेड मोबाइल ब्रॉडबैंड नेटवर्क को सपोर्ट करता है और तेज रफ्तार से सेवाएं मुहैया कराता है. ये एक अलग तरह का नेटवर्क बनाता है जिसे मशीनों, वस्तुओं और उपकरणों या यूं कहें कि सब कुछ एक साथ जोड़ने समक्ष बनाया गया है.
ये एक ऐसा इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म है जो पहले से मौजूद मोबाइल या ब्रॉडबैंड नेटवर्क्स की तुलना में अधिक रफ्तार, अधिक क्षमतावाला और कम प्रोसेसिंग टाइम लेने वाला नेटवर्क है. ये तकनीक स्पेक्ट्रम का बेहतर से बेहतर इस्तेमाल कर पाने में भी सक्षम है. 5G तकनीक की मदद से मोबाइल या दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर एचडी क्वालिटी वाले लंबे वीडियो या फिल्में भी महज कुछ सेकेंड में डाउनलोड किए जा सकेंगे. मौजूदा 4G तकनीक के मुकाबले ये करीब 10 गुना तेजी से काम करेगा. सेवाओं के लिए इसकी सुपरफास्ट स्पीड से कनेक्टिविटी में लगने वाले समय की बचत होगी. डेटा शेयरिंग रियल टाइम में किया जा सकेगा. 5G तकनीक एक वर्ग किलोमीटर के दायरे में एक लाख से ज्यादा उपकरणों में एक समान रूप से सेवाएं देने में समक्ष है.
कृषि और पशुपालन
यानि 5G तकनीक से हम बेहतर डाटा स्पीड और रुकावट मुक्त सेवाओं और वीडियो के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस हो जाएंगे. इसके जरिए स्मार्ट एंबुलेंस और स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर स्मार्ट खरीदारी और क्लाउड गेमिंग तक, लोगों के लिए सब कुछ बिल्कुल नया अनुभव देने वाला होगा. अब आपको बताते हैं हमारी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े किन-किन क्षेत्रों को इस नई तकनीक से फायदा मिलेगा. वास्तविक समय में आंकड़ों के आदान-प्रदान से सेंसर्स/वीडियो देखकर पानी, पोषक खाद और कीटनाशकों का इस्तेमाल कर फसलों का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी. कृषि, कीटनाशक, मत्स्यपालन और पशुओं की वास्तविक समय में सटीक निगरानी की जा सकेगी.
स्वास्थ्य सेवाएं
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और 5G की मदद से मरीजों की जांच-पड़ताल और इलाज में क्रांतिकारी सुधार होगा. रोबोट की मदद से दिल्ली में बैठे डॉक्टर गुजरात के किसी सुदूर गांव के मरीज की सर्जरी कर सकेंगे. गंभीर मामलों और सुदूर क्षेत्रों के मरीजों के लिए वास्तविक समय में उनकी अहम जानकारियां और एचडी क्वालिटी के वीडियो की मदद से अस्पतालों को उनके पहुंचने से पहले तैयारियां करने का मौका मिल सकेगा. ग्रामीण इलाकों में मोबाइल क्लिनिक की मदद से शहरों में मौजूद बड़े अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टर भी मरीजों का सही इलाज कर सकेंगे. शहरों में बैठे-बैठे ही ग्रामीण इलाकों में मौजूद मरीजों की जांच-पड़ताल की जा सकेगी और उन पर निगरानी रखी जा सकेगी.
वित्तीय सेवाएं
ऑग्यूमेंटेड रियलिटी/वर्चुअल रियलिटी की मदद से घर बैठे-बैठे बैंक कर्मचारियों से बातचीत कर बैंकिंग के काम-काज निपटाए जा सकेंगे. वर्चुअल बैंकिंग और स्मार्ट एटीएम के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा. शॉपिंग मॉल्स, स्टेडियम्स या सार्वजनिक कार्यक्रमों में हज़ारों-लाखों लोगों की भारी भीड़ के बीच भी अपने डिवाइस पर वीडियो देखना या ऑडियो सुनने में अब कोई रुकावट नहीं आएगी. 5जी तकनीक की मदद से शहरों को और स्मार्ट बनाया जा सकेगा. शहरों में ट्रैफिक नियंत्रण, स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल्स, साफ-सफाई के लिए सीवर सिस्टम को तकनीक से लैस करने मददगार साबित होगा. वास्तविक समय में वीडियो और सर्विलांस के लिए जरिए शहरी और ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा सकेगा. स्मार्ट होम्स में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों को आवाज और इशारों से नियंत्रित किया जा सकेगा.
शिक्षा
ऑग्यूमेंटेड रियलिटी (एआर), वर्चुअल रियलिटी (वीआर) और मिक्स्ड रियलिटी (एमआर) के जरिए सुदूर इलाकों में भी बच्चों को क्लास उपलब्ध कराई जा सकेंगी. कौशल विकास का प्रशिक्षण और व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया जा सकेगा. रियल टाइम और हाई स्पीड की वजह से इसमें बिल्कुल फिजिकल क्लासरूम की तरह का अनुभव होगा. 5G तकनीक से छात्रों को पहले के मुकाबले बेहतर, आसान और सस्ती शिक्षा मुहैया कराई जा सकेगी.
माल ढुलाई
मशीन-टू-मशीन कम्युनिकेशन की मदद से सामानों की ढुलाई को स्वचालित किया जा सकेगा और गोदामों से गाड़ियों पर उनकी लोडिंग भी स्वचालित की जा सकेगी. माल-ढुलाई के लिए कंटेनरों, गाड़ियों, कैमरों, सिग्नल्स और सेंसर्स को आपस में जोड़ा जा सकता है, ताकि वास्तविक समय में सटीक जानकारी मिल सके.
परिवहन
5G तकनीक से परिवहन क्षेत्र को भी स्मार्ट बनाने में मदद मिलेगी. अलग-अलग गाड़ियों को एक साथ कनेक्ट किया जा सकेगा, इससे दूरस्थ इलाकों में ड्राइविंग और फ्लीट प्रबंधन में गाड़ियों के काफिले को मदद मिलेगी. ई-टोल से तेज रफ्तार गाड़ियों का टोल खुद-ब-खुद वसूला जा सकेगा.
बिना ड्राइवर वाली कार
5G तकनीक के आने के बाद भारत में बिना ड्राइवर वाली कार का सपना साकार हो सकेगा। रियल टाइम नेवीगेशन और ड्राइविंग टेक्नीक से ये संभव हो सकेगा. आप कहीं भी किसी भी जगह पर बैठकर ड्राइवर लेस कार बुला सकेंगे. ड्रोन सर्विसेस को भी 5G तकनीक से बढ़ावा मिलेगा. आप घर बैठे अपनी जरूरत की चीजें ऑर्डर कर सकेंगे और कुछ ही मिनटों में वो आपके दरवाजे पर मौजूद होगी.
आपदा प्रबंधन और सुरक्षा
प्राकृतिक या अन्य आपदाओं के हालात में राहत और बचाव का काम पहले के मुकाबले ज्यादा प्रभावी हो सकेगा. दूर बैठे किसी भी राहत और बचाव अभियान का संचालन किया जा सकेगा. किसी निर्माणाधीन क्षेत्रों या खदानों में श्रमिकों की सुरक्षा के उपायों को भी मजबूती मिलेगी. 5G तकनीक की इन सारी खूबियों को देख कर हम सकते हैं कि रॉकेट जैसी रफ्तार अब आपकी-हमारी पॉकेट में मौजूद होगी. बस जरूरत है तो हमें एक क्लिक की और सारी सुविधाएं हमारे पास.
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Tags: 5G network, 5G Technology
FIRST PUBLISHED : October 01, 2022, 15:18 IST
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