photos e0a495e0a58be0a4b2e0a495e0a4bee0a4a4e0a4be e0a4aee0a587e0a482 110 e0a4b8e0a4bee0a4b2 e0a4aae0a581e0a4b0e0a4bee0a4a8e0a580 e0a487
photos e0a495e0a58be0a4b2e0a495e0a4bee0a4a4e0a4be e0a4aee0a587e0a482 110 e0a4b8e0a4bee0a4b2 e0a4aae0a581e0a4b0e0a4bee0a4a8e0a580 e0a487 1

1991 में भारत सरकार ने सुभाषचंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) को भारत रत्न (Bharat Ratna) देने की तैयारी की थी. हालांकि सुभाषचंद्र बोस के परिवार ने इस सम्मान को लेने से इनकार कर दिया था. यह सम्मान भारत के किसी भी नागरिक को दिया जा सकता है, चाहे वो किसी भी जाति, धर्म, व्यवसाय या लिंग से संबंध रखता हो. 1954 में सबसे पहले ये सम्मान भारत के इकलौते गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, भारत के पहले उपराष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन और 1930 में भौतिकी में नोबेल पुरस्कार प्राप्त वैज्ञानिक सीवी रमन को मिला. पहली बार 2 जनवरी 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद ने देश के सर्वोच्च सम्मान (Highest Civilian Award) भारत रत्न देने की परंपरा शुरू की थी.

Article Credite: Original Source(, All rights reserve)

READ More...  Gujarat Adhiveshan Live: गुजरात अधिवेशन का सजा मंच, विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी, कांग्रेस और AAP बताएगी विजन