
दबाब में चटकने की पुरानी बीमारी आज भी कायम है. विराट ने 61 गेंदों पर 12 चौके और छह छक्के की मदद से नाबाद 122 रन बनाए. इसके अलावा, स्टैंड इन कैप्टन लोकेश राहुल ने भी 62 रन बनाकर अपने फॉर्म की तलाश में एक कदम आगे बढ़ाया. जवाब में अफगानिस्तान के लिए अगर इब्राहिम जादरान ने नाबाद 64 रन न बनाए होते तो टीम का स्कोर 111 रन तक भी नहीं पहुंचता. भुवनेश्वर ने सिर्फ 4 रन देकर अपने कोटे में पाँच विकेट समेंटे. टी-20 क्रिकेट में दो बार पाँच विकेट लेने वाले भुवनेश्वर पहले भारतीय हैं. भारत ने पहले खेलते हुए 212 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था.
एक दशक बाद ऑस्ट्रेलिया में फिर से चैंपियन बनने की उम्मीद संजाए भारतीय टीम के लिए एशिया कप सिर्फ एक रिहर्सल माना जा रहा था. लेकिन पिछले एक साल से भारत ने अपनी टीम को प्रयोगों की फैक्ट्री बना डाला है. जहां विश्व कप सामने होने के बाद भी तय नहीं है कि कौन कहां खेलेगा. कप्तानी में पिछले साल आईपीएल में किये गए प्रदर्शन के बाद रोहित शर्मा को बागडोर सौंपने की कवायद चली. लेकिन नाजुक मौकों पर उनकी रणनीति समझ में नहीं आई. यहां तक कि खुद का फॉर्म भी परेशान करने वाला है.
एशिया कप में उनके बल्ले से श्रीलंका के खिलाफ अर्धशतक जरूर निकला पर यह काफी नहीं था. अफगानिस्तान के खिलाफ अंतिम मैच में रोहित शर्मा ने खुद को आराम दिया और लोकेश ने जिम्मेदारी संभाली.
ग्रुप लीग में भारत ने पाकिस्तान और हांगकांग के खिलाफ जीत हासिल कर सुपर-4 में जगह बनाई, लेकिन फिर पाकिस्तान के खिलाफ 181 रन बनाकर भी हार जाना समझ से परे था. विराट कोहली ने लगातार दूसरे मैच में अर्धशतक बनाया. हालांकि, श्रीलंका के खिलाफ शून्य पर आउट होने से भारत फिर बैकफुट पर था. दोनों मैचों में भारत को टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी, लेकिन बावजूद इसके यह शिकस्त हजम नहीं हो पा रही है. बतौर ओपनर रोहित और लोकेश राहुल लगातार निराश करते रहे. खासकर लोकेश राहुल बिल्कुल ही अपनी बल्लेबाजी के साथ न्याय नहीं कर पाए.
ऋषभ पंत ने पूरी तरह निराश किया है. ग्लब्स से भी और बल्ले से भी. श्रीलंका के खिलाफ तो उनकी विकेट कीपिंग भी सवालों के घेरे में रही. हार से बचने की कोशिश में भारतीय टीम ने आखिरी ओवर में श्रीलंका की सांसें अटका दी थीं, लेकिन पंत ने इस मौके पर रनआउट के लिए बचकाना थ्रो कर अपनी टीम की हार पर मुहर लगा दी. छठे गेंदबाज के रूप में दीपक हुडा को आजमाने में रोहित की दिलचस्पी न दिखी, लेकिन कल जैसे ही उन्हें मौका मिला, विकेट भी निकाल लिया. चोटिल होने के कारण रवींद्र जडेजा के एशिया कप से बाहर होने के बाद भारतीय टीम का संतुलन गड़बड़ हो गया. विश्व कप में भी उनकी उपलब्धता संदिग्ध है.
भुवनेश्वर कुमार को कभी स्लाग ओवर्स का विशेषज्ञ माना जाता रहा है, लेकिन उनसे 19वें ओवर में इस कदर निराशा की उम्मीद नहीं थी. पाकिस्तान के खिलाफ 19 और श्रीलंका के खिलाफ 14 रन लुटवाना महंगा पड़ गया. वहीं दूसरी ओर अर्शदीप सिंह भले ही बाकी स्पेल में कोई खास असर नहीं छोड़ पाए, लेकिन बीसवें ओवर में दोनों मैचों में भारत की जीत की उम्मीद जगा दी थी. भारत की फील्डिंग और कैच छोड़ने का सिलसिला भी निराश करने वाला था. एशिया कप में आज सुपर फोर का अंतिम मुकाबला श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा, जो फाइनल की रिहर्सल माना जा सकता है. दोनों ने कमजोर शुरुआत के बाद शानदार वापसी करते हुए फाइनल में जगह बनाई है.
विश्व कप से ठीक पहले भारत को अपनी धरती पर आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 6 टी-20 मैच खेलने हैं. भारत ने टी-20 विश्व कप के लिए अपनी टीम घोषित नहीं की है, लेकिन आस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका ने अपनी टीमें घोषित कर दी हैं. दोनों की लगभग वही टीम भारत के खिलाफ सीरीज में उतरेगी, जो विश्व कप में खेलेगी. भारत के कई खिलाड़ी चोटिल हैं, खासकर जसप्रीत बुमराह. घुटने का ऑपरेशन करा चुके जडेजा भी बाहर हो चुके हैं. क्या ऋषभ पंत की जगह दिनेश कार्तिक को तरजीह दी जा सकती है. ये सब सवाल लगातार सुर्खियों में हैं.
वैसे आस्ट्रेलियाई टीम में भारत के खिलाफ डेविड वार्नर नहीं हैं, लेकिन विश्व कप में वह खेलेंगे. दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा की वापसी हुई है. वह जून में भारत के खिलाफ सीरीज में इन्जर्ड हो गए थे. ट्रिस्टन स्टब्स को भी भारत दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया है. स्टब्स पहले दक्षिण अफ्रीका की वर्ल्ड कप की योजना का हिस्सा नहीं थे, लेकिन पिछली सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ बढ़िया प्रदर्शन कर वह जगह पाने में सफल हुए हैं.
उधर भारतीय महिला क्रिकेटर इंग्लैंड में हैं और वे अपने दौरे की शुरुआत 10 सितम्बर को टी-20 मैच से करेंगी. इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में तीन टी-20 और तीन वनडे मैच होने हैं. इस बीच, भारतीय टीम की सदस्य जेमिमा रोड्रिग्ज के लिए अच्छी खबर है. उनको आस्ट्रेलियाई महिला बिग बैश के लिए मेंलबर्न स्टार्स ने अपनी टीम में शामिल किया है. असल में जेमिमा की पहचान एक विस्फोटक बैटर के तौर पर है, जिसमें वह मेंलबर्न के लिए फिट बैठेंगी. जेमिमा को आईसीसी ने अगस्त के प्लेयर आफ द मंथ के लिए भी नामिनेट किया है.
उधर, शुभमन गिल ने काउंटी चैंपियनशिप का आगाज धमाकेदार तरीके से किया है. ग्लेमोरगन के लिए खेल रहे शुभमन गिल ने अपने पहले ही मैच में 92 रन की पारी खेली. उन्होंने अपनी टीम की ढहती हुई पारी को वॉरसेस्टरशायर के खिलाफ संभाल लिया. यह मैच आखिरकार कल चौथे दिन ड्रॉ पर समाप्त हुआ. काउंटी चैंपियनशिप में इससे पहले चेतेश्वर पुजारा ने भी जर्बदस्त प्रदर्शन किया था. उन्होंने ससेक्स के लिए काउंटी चैंपियनशिप में 1000 से ज्यादा और लंदन रॉयल वनडे कप में 600 से ज्यादा रन बनाकर उपयोगिता साबित कर दी.
और अंत में घरेलू क्रिकेट
दलीप ट्रॉफी के रूप में भारत का घरेलू क्रिकेट भी शुरू हो चुका है. दलीप ट्रॉफी के दो क्वार्टर फाइनल मैचों का आज दूसरा दिन है. इस बार एक नई टीम नॉर्थ ईस्ट जोन ने डेब्यू किया है. दोनों ही मैचों में मैदान गीला होने के कारण कल पहले दिन का खेल देर से शुरू हुआ. चेन्नई में नॉर्थ ईस्ट जोन के खिलाफ वेस्ट जोन ने केवल 25 ओवर में बिना विकेट खोए 116 रन बनाए थे. तब यशस्वी जायसवाल 55 और पृथ्वी शॉ 61 पर क्रीज पर थे.
पुदुचेरी में पहले दिन नॉर्थ जोन के खिलाफ ईस्ट जोन ने तीन विकेट पर 179 रन बनाए थे. ओपनर सुदीप कुमार गरामी ने 68 रन की पारी खेली.
उधर बेंगलुरू में भारत ए और न्यूजीलैंड ए के बीच दूसरा अनआॅफिसियल टेस्ट चल रहा है. कल पहले दिन का खेल बारिश के कारण नहीं हो सका. इंडिया ए टीम के प्रसिद्ध कृष्णा चोट के कारण टीम से बाहर हो गए हैं. उनकी जगह शार्दुल ठाकुर को शामिल किया गया. शार्दुल दलीप ट्रॉफी में वेस्ट जोन की टीम में थे, अब चेतन सकारिया उनकी जगह लेंगे.
इससे पूर्व तीन मैचों की सीरीज का पहला चार दिवसीय मुकाबला बराबरी पर समाप्त हुआ. बेंगलुरू में खेले गए उस मैच में इंडिया ए की ओर से अभिमन्यु ईश्वरन, रजत पाटीदार और तिलक वर्मा ने सेंचुरीज लगाई. जबकि कप्तान प्रियांक पांचाल ने 47 रन बनाए. इससे पहले न्यूजीलैंड ए के लिए जो कार्टर 197 रन बनाकर दोहरे शतक से चूक गए थे.
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