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हाइलाइट्स

साइबर कैफे में महज दो हजार रुपए देकर फर्जी आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा कार्ड जारी किए जा रहे हैं.
दलाल ग्राहकों को लाने के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों में घूमते हैं.

(एस. सिंह)

चंडीगढ़. पंजाब में आयुष्मान भारत सेहत बीमा योजना के तहत एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. एक रिपोर्ट के मुताबिक महज 2000 रुपए में दलालों के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा कार्ड बनाए जा रहे हैं. जिसके तहत वह व्यक्ति भी निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक लाभ उठा सकता है, जो इसके लिए पात्र ही नहीं है.

दि ट्रिब्यून ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि एक बड़े घोटाले में राज्य के विभिन्न साइबर कैफे में महज दो हजार रुपए देकर फर्जी आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा कार्ड जारी किए जा रहे हैं. दलाल ग्राहकों को लाने के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों में घूमते हैं. इसके बाद वे केवल आधार कार्ड का विवरण लेते हैं और कुछ घंटों के भीतर एक नकली आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड जारी करते हैं. ABSBY एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना है जिसे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था.

लंबे समय से चल रहा है घोटाला
विशेष रूप से आयुष्मान योजना में प्रति वर्ष 5 लाख रुपए के लाभ का कवर है. उक्त योजना के तहत कवर किया गया एक लाभार्थी देश भर में किसी भी सार्वजनिक/ निजी अस्पताल से कैशलेस लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र हो सकता है. सूत्रों का दावा है कि यह घोटाला काफी समय से चल रहा है. रिपोर्ट में पंजाब में योजना के कार्यान्वयन के लिए एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि योग्य लाभार्थियों के पहचान कार्ड का उपयोग फर्जी कार्ड जारी करने के लिए किया जाता है. पिता का नाम और फर्जी स्वास्थ्य कार्ड का पता आमतौर पर आधार कार्ड से मेल नहीं खाता है.

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क्या बोले अधिकारी और स्वास्थ्य मंत्री
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ट्रिब्यून के संवाददाता ने जांच के हिस्से के रूप में एक सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) का दौरा किया. जहां दलाल ने कहा कि किसी को भी 2,000 रुपए में आयुष्मान कार्ड मिल सकता है. इसके बाद संवाददाता ने कुछ ही घंटों में 2,000 रुपए देकर आयुष्मान कार्ड बनवाया.

कहा जाता है कि कुछ निजी अस्पताल, जो आयुष्मान भारत योजना के तहत पैनल में शामिल होने के कारण तेजी से फले-फूले हैं, घोटाले में शामिल रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अजय शर्मा का कहना है कि इस तरह के कदाचार को रोकने के लिए हमारे पास नियंत्रण और संतुलन है. हालांकि हम इस मामले को जल्द से जल्द देखेंगे. जबकि स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि मुझे मामले की जानकारी नहीं है, मैं संबंधित अधिकारियों से इस मामले को देखने के लिए कहूंगा.

Tags: Ayushman Bharat Cards, Ayushman Bharat scheme, Punjab, Scam

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