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अलवर. अलवर के स्क्रैप व्यापारी मंगत अरोड़ा की हत्या (Mangat Arora murder case) हरियाणा के रेवाड़ी में पूरी योजनाबद्ध तरीके से की गई थी. आरोपियों ने मंगत अरोड़ा को पहले कुर्सी से बांध दिया. बाद में तार से उनका गला घोंट दिया. सबूत मिटाने के लिये मुख्य आरोपी ने अपने ही गोदाम में गड्डा खोदकर उसमें मंगत अरोड़ा का शव गाड़ (Buried) दिया. किसी को शक नहीं हो इसलिये उस पर रोड़ी बिछाकर फर्श भी डाल दिया गया था. पुलिस को गुमराह करने के लिये उसका मोबाइल दूसरी जगह फेंक दिया. कारोबारी मंगत अरोड़ा की हत्या उधारी के 35 लाख रुपये मांगने पर की गई थी.

कारोबारी मंगत अरोड़ा का शव सोमवार शाम को अलवर लाया गया. यहां गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. पुलिस के मुताबिक रेवाड़ी में रहने वाले व्यापारी अंकित भालिया ने ही अपने दो साथियों के साथ मिलकर मंगत अरोड़ा को मौत के घाट उतारा था. पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर ही गोदाम में गड्ढा खोदकर मंगत अरोड़ा का शव बाहर निकाला था.

मंगत अरोड़ा 10 अगस्त को गये थे रेवाड़ी
अलवर के स्कीम नंबर दो निवासी मंगत अरोड़ा स्क्रैप का व्यापार करते थे. वे 10 अगस्त को सुबह अपने घर से रेवाड़ी में अपने साथी व्यापारी अंकित भालिया से रुपये लेने के लिए निकले थे. रुपये लेने के बाद मंगत अरोड़ा अपने घर वापस नहीं लौटे थे. इस पर मंगत अरोड़ा के परिवार ने शहर कोतवाली थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था. इस अलवर पुलिस ने जीरो एफआईआर काटकर रेवाड़ी पुलिस को भेजी थी.

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आरोपियों ने यूं दिया था वारदात को अंजाम
पुलिस जांच में सामने आया है कि 10 अगस्त को मंगत अरोड़ा अलवर से रेवाड़ी पहुंचे थे. वहां आरोपी अंकित भालिया मंगत अरोड़ा को पेमेंट देने के बहाने रेवाड़ी के दिल्ली रोड पर उत्तम नगर स्थित अपने गोदाम पर ले गया. वहां अंकित भालिया के दो साथी पहले से मौजूद थे. उन्होंने मिलकर मंगत अरोड़ा को कुर्सी पर बांध दिया. उसके बाद अंकित भालिया ने अपने साथियों के साथ तार से मंगत अरोड़ा का गला दबाकर हत्या कर दी. तीनों ने पूरी प्लानिंग के साथ गोदाम के अंदर ही गहरा गड्ढा खोदा और उसमें मंगत अरोड़ा का शव दबा दिया. फिर गड्ढे वाली जगह रोड़ी बिछवा कर फर्श डलवा दिया. इसके बाद अंकित भालिया ने यह बात उड़ा दी कि मंगत अरोड़ा उनसे 12 लाख रुपये लेकर अलवर निकले थे. उसके बाद वह कहां गए उन्हें पता नहीं.

दो साथियों को 3 लाख का लालच देकर हत्या के लिये तैयार किया
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि अंकित भालिया ने अपने साथी मनोज और एक अन्य शख्स को तीन लाख रुपये का लालच देकर मंगत अरोड़ा की हत्या करने के लिए तैयार किया था. तीनों ने पूरी प्लानिंग के साथ उसकी हत्या करने के बाद उसका मोबाइल गुम कर दिया. मंगत अरोड़ा का मोबाइल गुरुग्राम में मिला. उस मोबाइल को जिसने चालू किया पुलिस ने उसे रात में ही पकड़ लिया. उसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. पुलिस ने आरोपी अंकित भालिया को पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार किया है. उसके बाद मनोज और उसके दूसरे साथी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

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Tags: Alwar News, Crime News, Murder case, Rajasthan news

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