शायद ही किसी को सोचा होगा कि आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में शानदार फॉर्म में चल रही टीम इंडिया को सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ एक तरफा और इतनी शर्मनाक हार झेलनी पड़ेगी. भारतीय फैंस इस बात से बेहद निराश और हतोत्साहित हैं कि इस अहम मुकाबले में टीम इंडिया अंग्रेजों के सामने कोई चुनौती ही पेश नहीं कर सकी. मैच बेहद साधारण सा बन कर रह गया. इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों के साथ खिलवाड़ कर दिया और 169 रनों के लक्ष्य को 4 ओवर रहते हासिल कर लिया. इसे देखने के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे किसी क्लब स्तर के गेंदबाजों का पाला इंग्लैंड बल्लेबाजों से पड़ गया हो. इंग्लैंड की टीम ने भारतीय टीम को शिकस्त देकर भारत और पाकिस्तान के बीच फाइनल मुकाबले को लेकर फैंस की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
जॉस बटलर और एलेक्स हेल्स अपने मनमाने ढंग से हर दिशा में छक्के और चौके लगाए. यहां तक कि गेंदबाजों और टीम को रणनीति बनाने का भी मौका नहीं मिला, तब तक मैच ही समाप्त हो गया. फिर लगा कि ये हुआ क्या, भारत हार गई. इसी के साथ 15 वर्षों के बाद एक बार फिर भारत ने वर्ल्ड कप से हाथ धो लिए. हार-जीत तो खेल के दो पहलू हैं, लेकिन जब दो दिग्गज टीमों के बीच कोई कड़ी प्रतिस्पर्धा न हो, रोमांच न हो फिर निराशा स्वाभाविक है. कहा भी जाता है कि अच्छा खेल कर और कड़ी चुनौती देते हुए, डटकर खेलते हुए हार भी मिल जाए तो उसका उतना मलाल नहीं होता.
टॉस का बॉस ही नहीं मैच का बॉस भी बना इंग्लैंड
एडिलेड में खेले गए आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2022 के दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया. भारत ने निर्धारित 20 ओवरों में 6 विकेट पर 168 रन बनाए. वैसे भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. सलामी बल्लेबाज केएल राहुल एक उछाल भरी गेंद पर महज 5 रन पर पवेलियन लौट गए. वहीं, कप्तान रोहित शर्मा अच्छी लय में दिख रहे थे लेकिन वे अपनी स्कोर को बड़ी पारी में तब्दील करने में कामयाब नहीं हो सके. जॉर्डन ने उन्हें सैम करन के हाथों कैच आउट कराया. रोहित शर्मा ने 27 रन बनाए. इसके अलावा इनफॉर्म बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव 14 रन बनाकर आउट हुए.
सूर्या के आउट होने के बाद विराट कोहली और हार्दिक पांड्या ने पांचवें विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी कर भारत की स्थिति को संभाला. कोहली ने 50 रन बनाए. विराट कोहली ने इस विश्व कप में अपना चौथा अर्धशतक बनाया. इस मैच में विराट कोहली टी20 इंटरनेशनल में चार हजार रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए. टीम इंडिया के बल्लेबाज इस मैच में उस तेजी और बेहतर स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी नहीं कर सके. अंतिम ओवरों में हार्दिक पंड्या की तूफानी अर्धशतकीय पारी की बदौलत हद तक उसकी भरपाई तो हो गई लेकिन भारत 200 के आसपास का एक बड़ा स्कोर नहीं बना सका. हार्दिक पंड्या ने मात्र 33 गेंदों में अपनी ताबड़तोड़ 63 रनों की पारी में 4 चौके और 5 छक्के लगाए. वहीं, इंग्लैंड के क्रिस जोर्डन 3 विकेट लेकर सबसे कामयाब गेंदबाज रहे. आदिल रशीद ने सबसे किफायती गेंदबाजी की. रशीद ने 4 ओवरों में सिर्फ 20 रन देकर 1 विकेट लिया.
बल्लेबाजों के सामने बौना साबित हुआ गेंदबाजी आक्रमण
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों जोस बटलर और ऐलक्स हेल्स ने जीत के लिए मिले 169 रनों के लक्ष्य के जवाब में टीम को जोरदार शुरुआत देकर जीत की नींव रख दी. दोनों ने मिलकर पॉवर प्ले 6 ओवरों में 63 रन जोड़े. इस लय और फ्लो को बटलर और हेल्स की जोड़ी ने आगे भी जारी रखा और भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को बौना साबित करते हुए मैदान के चारों तरफ खुलकर शॉट लगाए. किसी भी गेंदबाज को सफलता नहीं मिली. एलेक्स हेल्स ने मात्र 47 गेंदों में 86 रनों की नाबाद आतिशी अर्धशतकीय पारी खेली, जिसमें उनके 4 चौके और 7 छक्के शामिल थे. जॉस बटलर ताबड़तोड़ 80 रन बनाकर नाबाद रहे. उन्होंने 9 चौके और 3 छक्के लगाए.
टीम इंडिया की गेंदबाजी की बात करें तो अर्शदीप सिंह और अक्षर पटेल को छोड़कर भारत के सभी गेंदबाज काफी मंहगे साबित हुए. मोहम्मद शमी और अश्विन ने 13-13 रन की औसत से रन खर्च किए. भुवनेश्वर कुमार ने भी 2 ओवर में 25 रन खर्च किए. जबरदस्त रिदम में चल रहे दोनों बल्लेबाजों के फ्लो को रोकने व तोड़ने के लिए गेंदबाज़ कोई खास प्रयोग करते नजर नहीं आए. मैदान पर सीनियर खिलाड़ियों व गेंदबाजों के बीच कोई विशेष मंत्रणा व विचार-विमर्श होते नहीं दिखाई दिया. क्रिकेट विशेषज्ञों के बीच गेंदबाजों के रोटेट करने को लेकर भी चर्चा रही. जैसे क्या अर्शदीप सिंह को सिर्फ एक ओवर बाद चेंज करना ठीक था?
ट्रॉफी पर दूसरी बार कौन करेगा कब्जा
इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खिताबी मुकाबला 13 नवंबर को मेलबर्न में खेला जाएगा. आंकड़ों की बिसात पर इंग्लैंड का पलड़ा भारी है. इसके पहले टी20 वर्ल्ड कप में दोनों टीमों के बीच दो मैच खेले गए हैं और दोनों बार इंग्लैंड ने बाजी मारी है. वर्ष 2009 में द ओवल में खेले गए टी20 विश्व कप के मैच में इंग्लैंड ने पाकिस्तान को 48 रनों से हराया था. टी20 वर्ल्ड कप 2010 के तहत ब्रिजटाउन, वेस्टइंडीज में खेले गए मैच में इंग्लैंड ने पाकिस्तान पर 6 विकेट से जीत दर्ज की. हाल ही के ताजे आंकड़ों पर नज़र डालें तो सितंबर-अक्टूबर 2022 में इंग्लैंड ने पाकिस्तान दौरे में सात मैचों की टी 20 आई सीरीज़ में पाकिस्तान को 4-3 से हराया था. अब देखना ये होगा कि 2009 की चैंपियन पाकिस्तान या फिर 2010 की चैंपियन इंग्लैंड में से कौन सी टीम दूसरी बार ट्रॉफी पर कब्जा करने में कामयाब होती है. दोनों टीमों में से ट्रॉफी जीतने वाली टीम वेस्टइंडीज के बाद दूसरी ऐसी टीम बनेगी, जो दूसरी बार चैंपियन बनेगी. वेस्टइंडीज ने 2012 और 2016 में टी20 विश्व कप जीता था.
नवीन श्रीवास्तवपत्रकार और कॉमेंटेटर
पत्रकारिता का 20 साल से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन समेत कई चैनलों के लिए कॉमेंट्री करते हैं.
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