
आ चुका है. 10वीं, 12वीं दोनों के टॉपरों में छोटे शहरों और कस्बों के बच्चों ने बड़े शहरों को मात दे दी है. 10वीं के 21 टॉपरों में तीन बच्चे बाराबंकी के हैं.
हैं. जबकि दूसरे नंबर पर आने वाली भाग्यश्री उपाध्याय गोंडा से हैं. चौथे नंबर पर आने वाले युवराज भी बागपत के ही हैं. 12वीं में भी बाराबंकी और गोंडा छाए हुए हैं. मऊ, फतेहपुर, अयोध्या और संत कबीर नगर जैसे जिलों के बच्चों ने नाम रौशन किया है. एक और खास बात ये है कि
हैं. जबकि 10वीं में लड़कों ने बाजी मारी है.
शिक्षाविद् मनजीत सिंह कहते हैं कि छोटे शहरों के बच्चे इसलिए निखर कर बाहर आ रहे हैं क्योंकि अब परीक्षा सीसीटीवी कैमरे के साए में हो रही है. बड़े शहरों के बड़े स्कूल किसी तरह की सेटिंग नहीं कर पा रहे. प्रतिभा न तो बड़े शहरों की मोहताज होती है और न ही पैसे ही. एक दौर में यूपी के टॉपरों में बड़े शहरों और बड़े स्कूलों के बच्चे वैसे ही छाए रहते थे जैसे कभी क्रिकेट में मुंबई वाले. क्रिकेट में भी रांची और मेरठ वालों का दौर लौटा और अब सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षाएं होने लगीं तो छोटे शहरों की प्रतिभाएं भी सामने आने लगी हैं.
12वीं की टॉपर की तनु तोमर बागपत जैसे छोटे शहर से हैं. उनके पिता किसान हैं. जबकि 10वीं के टॉपर गौतम रघुवंशी कानपुर के हैं. 10वीं की टॉपर लिस्ट में शामिल अपूर्वा बांदा जैसे छोटे शहर से हैं. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर से न तो हाईस्कूल में कोई टॉपर है और न ही 12वीं में. आगरा का भी कोई टॉपर नहीं है. इस बार वाराणसी का भी कोई छात्र टॉप नहीं कर पाया है. 2018 में भी 12वीं का टॉपर आकाश मौर्य छोटे से शहर बाराबंकी से ही थे.
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FIRST PUBLISHED : April 27, 2019, 14:03 IST
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