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हाइलाइट्स

कर्नाटक के मांड्या जिले में लोगों ने हिंदू-मुस्लिम एकता की मिशाल पेश की.
दोनों समुदायों के लोगों ने भगवान श्रीगणेश की पूजा-अर्चना की.
हुबली जिले के ईदगाह मैदान में भगवान गणेश की प्रतिम स्थापित की गई.

बेंगलुरु. एक तरफ कर्नाटक के हुबली में ईदगाह की जमीन को लेकर दो समुदायों में तनाव है तो वहीं दूसरी तरफ मांड्या जिले में हिंदू-मुस्लिम एकता का नजारा देखने को मिला, जहां दोनों ही समुदाय के लोगों ने मिलकर गणेश चतुर्थी के मौके पर भगवान श्रीगणेश की पूजा-अर्चना की. दोनों समुदायों के सदस्य भगवान गणेश की पूजा करने के लिए बीड़ी कॉलोनी में एक साथ आए. बीड़ी कॉलोनी एक मुस्लिम बहुल क्षेत्र है, और दोनों समुदाय के लोग एकता दिखाने के लिए समारोह में शामिल हुए. रिपोर्ट के मुताबिक मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा और अनुष्ठानों में भी भाग लिया. कर्नाटक उच्च न्यायालय से अनुमति मिलने के कुछ घंटे बाद ईदगाह मैदान में कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार को गणेशोत्सव की शुरुआत की गई.

वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रीराम सेना प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने अपने समर्थकों के साथ भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की और पूजा-अर्चना की. मुतालिक ने पूजा पंडाल में पत्रकारों से कहा, ‘‘ कानूनी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए हमने पूजा-अर्चना की. कुछ असामाजिक तत्वों ने हमें रोकने की कोशिश, लेकिन फिर भी हमने पूजा की जो न केवल हुबली के लोगों के लिए बल्कि पूरे उत्तरी कर्नाटक के लिए खुशी की बात है.’’ मुतालिक ने कहा कि हिंदू समुदाय लंबे समय से इसका सपना देख रहा था, जिसे उन्होंने एक ‘‘ऐतिहासिक’’ क्षण बताया.

मुतालिक के अनुसार, जिला प्रशासन ने तीन दिन तक यहां पूजा करने की इजाजत दे दी है. ईदगाह मैदान में किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं. गौरतलब है कि मंगलवार को देर रात हुई सुनवाई में उच्च न्यायालय ने धारवाड़ नगर आयुक्त के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें शहर के ईदगाह मैदान में गणेश चतुर्थी उत्सव आयोजित करने की अनुमति दी गई थी. बेंगलुरु के चामराजपेट ईदगाह मैदान में गणेश चतुर्थी समारोह की अनुमति देने से इनकार करने और यथास्थिति बरकरार रखने के उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने मंगलवार को कहा कि यह मैदान वाकई ‘एक सरकारी संपत्ति’ है और उसके स्वामित्व की कानूनी लड़ाई जारी रहेगी. (इनपुट भाषा से)

Tags: Ganesh Chaturthi, Karnataka

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