
हाइलाइट्स
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा से भड़का हुआ है चीन.
दरअसल, ताइवान एक स्वशासित द्वीप समूह है और चीन इसे अपना भाग मानता है.
इसके साथ ही, चीन ताइवान के साथ किसी भी खुले राजनयिक संबंधों का विरोध करता है.
ताइपे. अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद से स्वशासित द्वीप और चीन के बीच तनाव शिखर पर है. इस बीच, ताइवान की राष्ट्रपति साई ईंग वेन ने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि ताइवान नौसेना और चीन के जंगी जहाज एक-दूसरे के कितने करीब हैं. करीब 1 मिनट 5 सेकेंड के इस वीडियो में दोनों देशों के जहाज बिल्कुल आमने-सामने होते हैं. यह वीडियो बीते 15 अगस्त का है, जब ताइवान के युद्धपोत Yueh Fei से कुछ ही मीटर दूरी पर चीन का युद्धपोत 536 Xuchang आ खड़ा होता है और इस दौरान ताइवान नौसेना के अधिकारी चीन के जंगी जहाज को दूरबीन से देख रहे होते हैं.
इस घटना से समझा जा सकता है कि दोनों देशों के बीच तनाव कितना चरम पर है और ऐसे में एक छोटी-सी चिंगारी भी युद्ध भड़का सकती है. दरअसल, चीन ताइवान को अपनी मुख्य भूमि का हिस्सा मानता है और वह ताइवान के साथ किसी भी खुले राजनयिक संबंधों का विरोध करता है. अगस्त की शुरुआत में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने ताइवान का दौरा किया था. इसके बाद सोमवार को डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर एड मार्की के नेतृत्व में अमेरिकी संसद के एक प्रतिनिधिमंडल ने ताइवान का दौरा किया था.
ताइवान एक स्वशासित द्वीप समूह है और चीन इसे अपना भाग मानता है. गत सप्ताह, यूरोपीय संघ के सदस्य लिथुआनिया की उप परिवहन मंत्री एग्ने वैसीयूकेविशिएट ने भी ताइवान का दौरा किया था. चीन पहले ही पेलोसी और एग्ने पर प्रतिबंध लगा चुका है. इसके अलावा चीन ने ताइवान जलडमरुमध्य में वृहद पैमाने पर सैन्य अभ्यास किया था जिससे ताइवान के साथ सैन्य संघर्ष शुरू होने की आशंका पैदा हो गई थी.
चीन को डर है कि पेलोसी के दौरे के बाद अमेरिकी के शीर्ष अधिकारी स्वशासित द्वीप समूह का दौरा करेंगे. चीन ने ताइवान सरकार के सात अधिकारियों और नेताओं पर यह कहते हुए पाबंदी लगाई है कि उन्होंने ताइवान के स्वतंत्रता समर्थक एजेंडे को बढ़ावा देने का काम किया.
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FIRST PUBLISHED : August 19, 2022, 17:52 IST
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